
क्या अमरीकी संस्थान USAID ने भारत के चुनाव में दख़ल देने की कोशिश की है? इंडीयन एक्सप्रेस के जॉय मजूमदार की रिपोर्ट इन दावों पर सवाल खड़े कर रही है। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने बताया है कि USAID द्वारा कथित तौर पर भेजा गया पैसा भारत नहीं, बांग्लादेश के लिए था। कांग्रेस ने सवाल किया है कि अगर इतना पैसा देश में आ रहा था तो सरकार की निगाह उस पर कैसे नहीं पड़ी। अगर इतना पैसा भारत के पड़ोसी देश में जा रहा था, तब भी यह भारत के लिए चिंता की बात है। बीजेपी आरोप लगा रही है कि यह पैसा कांग्रेस और उस से जुड़े NGOs को मिला है। जिस चुनाव में दख़ल देने की बात हो रही है उस चुनाव से ठीक पहले सरकार के आदेश पर कांग्रेस के सभी खाते ज़ब्त कर लिए गए थे। क्या सरकार की पहरेदारी के बावजूद बीस लाख डॉलर भारत भेजे गए? कांग्रेस ने जेपी आंदोलन और अन्ना आंदोलन का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि संघ ने अमरीकी फ़ंड का राजनीतिक इस्तेमाल किया है।