
कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के सिलसिले में रोहतक पुलिस द्वारा झज्जर निवासी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किए जाने के दो दिन बाद, उसकी मां ने चल रही पुलिस जांच पर असंतोष व्यक्त किया।
बुधवार को रोहतक में पत्रकारों से बात करते हुए पीड़िता की मां सविता नरवाल ने कहा कि पुलिस की थ्योरी – कि आरोपी सचिन कुमार ने झगड़े के बाद गुस्से में आकर हिमानी की हत्या कर दी – सही नहीं है।
उन्होंने कहा, “हम पुलिस के दावों से संतुष्ट नहीं हैं। हम चाहते हैं कि पुलिस मेरी बेटी की मौत के पीछे मुख्य कारण की जांच करे और अपराध के साजिशकर्ताओं का पता लगाए।”
पीड़िता की मां ने आगे कहा कि आरोपी खुद को बचाने और उनकी बेटी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए कहानियां गढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “आरोपी के मेरी बेटी के साथ संबंध होने के दावे झूठे हैं। युवा और वरिष्ठ नागरिकों सहित कई लोग मेरी बेटी से मिलने आते थे क्योंकि वह एक पार्टी कार्यकर्ता थी। उसकी छवि खराब करने का यह कोई कारण नहीं है।”
उन्होंने आरोपी के लिए मौत की सज़ा की मांग करते हुए कहा, “आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने पैसे के विवाद के कारण मेरी बेटी की हत्या की है। मेरी बेटी ने कई लोगों को पैसे दिए थे, लेकिन उसका कभी किसी से विवाद नहीं हुआ।”
पीड़िता की मां की प्रतिक्रिया रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कृष्ण कुमार राव द्वारा दो दिन पहले दिए गए बयान के बाद आई है, “विस्तृत पूछताछ के बाद, आरोपी ने हमें बताया कि वह डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया के जरिए हिमानी नरवाल के संपर्क में आया था। वह पिछले छह-सात महीनों से रोहतक के विजय नगर में उसके घर पर अक्सर आता-जाता था। 27 फरवरी को रात करीब 9 बजे सचिन हिमानी के घर गया और रात भर रुका। अगले दिन उनके बीच किसी अज्ञात मुद्दे पर बहस हुई। तीखी बहस के बाद सचिन ने हिमानी के हाथ उसके दुपट्टे से बांध दिए और मोबाइल फोन के चार्जर से उसका गला घोंट दिया। फिर उसने उसके शरीर को एक सूटकेस में भर दिया, जिसमें एक रजाई भी थी, जिस पर खून के धब्बे थे।”