
चेक गणराज्य में एक मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने से उसके टैंकों में भीषण आग लग गई है। इन टैंकों में जहरीला रसायन बेंजीन लदा हुआ था। इसके जलने से काला धुआं लोगों की जान को घातक बन गया है।
प्राग – चेक गणराज्य के पूर्वी क्षेत्र में शुक्रवार को एक मालगाड़ी के पटरी से उतर जाने और क्षतिग्रस्त टैंक वैगनों से कैंसरकारी बेंजीन में आग लगने के बाद चेक अग्निशमन दल एक बड़ी रासायनिक आग पर काबू पाने में जुटा था।
यह दुर्घटना स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे (1100 GMT) हुस्टोपेके नाद बेकवू शहर में स्टेशन के पास हुई, जिससे आग लगने के कारण हवा में घना काला धुआँ फैल गया, जो काफी दूर से दिखाई दे रहा था। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ है।
कस्बे के निकटतम घर आग से लगभग 500 मीटर (लगभग एक चौथाई मील) की दूरी पर स्थित हैं, लेकिन धुआं उन तक नहीं पहुंचा।
अग्निशमन कर्मियों ने बताया कि ट्रेन में मौजूद 17 में से 15 टैंकों में आग लगी हुई थी। हर टैंक में करीब 60 मीट्रिक टन (66 टन) जहरीला पदार्थ था। उन्होंने आग पर काबू पाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया, जबकि पड़ोसी स्लोवाकिया से उनके समकक्ष मदद के लिए आ रहे थे।
अधिकारियों ने कहा कि शहर में खतरनाक पदार्थों का स्तर सीमा से अधिक नहीं पाया गया है, लेकिन वहां तथा आसपास के शहरों और गांवों के निवासियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी खिड़कियां न खोलें तथा घर के अंदर ही रहें।
अग्निशमन कर्मियों ने पहले कहा था कि ट्रेन में बेंज़ोल था, लेकिन बाद में बताया कि यह बेंजीन था, जिसका उपयोग विभिन्न रासायनिक पदार्थ बनाने में किया जाता है।